दोस्तों ;
आज मेरा जन्मदिन है .......अब उम्र के जिस पढाव पर मैं हूँ, वहां ज़िन्दगी बहुत शांत हो जाती है , ज़िन्दगी को देखने का नजरिया भी बहुत बड़ा हो जाता है . बस बीता हुआ पिछला साल कई मायनों में ज्यादा खुशदायक नहीं था . लेकिन , हमेशा की तरह एक नयी उम्मीद के साथ ,आने वाले समय की प्रतीक्षा कर रहा हूँ.. क्योंकि मुझे ईश्वर पर विश्वास है कि उसके यहाँ देर है लेकिन अंधेर नहीं है .. बस उसी उम्मीद के साथ विदा लेता हूँ , बहुत जल्दी फिर से आपकी महफ़िल में अपनी कविताओ को लेकर !!!
आपका अपना
विजय
1 comment:
हार्दिक शुभकामनाएं.
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