Sunday, April 29, 2012

जीना इसी का नाम है . .....!

किसी की मुस्कराहटों पे हो निसार ,
किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार ;
किसी के वास्ते तेरे दिल में हो प्यार ;
जीना इसी का नाम है . .....!

Friday, April 13, 2012

आदमी जो सुनता है, आदमी जो कहता है ज़िंदगी भर वो सदायें पीछा करती हैं...!



दोस्तों ,
ये एक दिल में बसने वाला philosophical song है , और ये गाना सभी के साथ जोड़ा जा सकता है . किशोर की धनक भरी आवाज का जादू . आईये ये गाना पूरा सुने और दिल में कुछ कसमे खाए के बेहतर जीवन जीने के लिए .
आपका
विजय

Thursday, April 12, 2012

रजनीगन्धा फूल तुम्हारे, महके यूं ही जीवन में



रजनीगन्धा फूल तुम्हारे, महके यूं ही जीवन में
यूं ही महके प्रीत पीया की मेरे अनुरागी मन में

आधिकार ये जब से साजन का हर धड़कन पर माना मैंने
मै जब से उन के साथ बंधी, ये भेद तभी जाना मैंने
कितना सुख हैं बंधन में

हर पल मेरी इन आखों में बस रहते हैं सपने उन के
मन कहता हैं मैं रंगों की, एक प्यार भरी बदली बन के
बरसू उन के आँगन में

Wednesday, April 11, 2012

एक अकेला इस शहर में......!



एक अकेला इस शहर में,
रात में और दोपहर में
आब\-ओ\-दाना ढूँढता है,
आशियाना ढूँढता है

दिन खाली खाली बर्तन है,
और रात है जैसे अंधा कुँवा
इन सूनी अन्धेरी आँखों में,
आँसू की जगह आता हैं धुँ_आ
जीने की वजह तो कोई नहीं,
मरने का बहाना ढूँढता है
एक अकेला इस शेहर में

इन उम्र से लम्बी सड़कों को,
मन्ज़िल पे पहुँचते देखा नहीं
बस दौड़ती फिरती रहती हैं,
हम ने तो ठहरते देखा नहीं
इस अजनबी से शेहर में,
जाना पहचाना ढूँढता है
एक अकेला इस शेहर में

Tuesday, April 10, 2012

चैन एक पल नहीं

चैन एक पल नहीं ,
और कोई हल नहीं ...
सयोनी.......!!!!




Friday, April 6, 2012

बेताब दिल की तमन्ना यही है ....

बेताब दिल की तमन्ना यही है ..
तुम्हे चाहेंगे ....तुम्हे अपना बनाएंगे ....
बस यही तमन्ना थी .....




अक्सर तमन्नाये बस तमन्नाये ही रह जाती है ...

Thursday, April 5, 2012

या दिल की सुनो दुनियावालो...!!


या दिल की सुनो दुनियावालो ; या मुझको अभी चुप रहने दो ...
मैं गम को खुशी कैसे कह दूं . जो कहते है , उनको कहने दो... !!!

मुझे ये गीत बहुत बहुत पसदं है , और अक्सर अकेले में खूब गाता हूँ . और अक्सर ही गाने के अंत में सिर्फ एक खामोशी रहती है और मेरी भीगी हुई आँखों में कुछ गमी के लम्हे !!!!