NO RELATIONSHIP IS GREATER THAN FRIENDSHIP.... HERE I AM POSTING PHOTOS OF MY FRIENDS ,FROM MY LOCALITY AND FROM MY SCHOOL+COLLEGE DAYS... HARD TO FORGET,DESPITE THE FACT THAT ALL OF US NOW LIVE AT DIFFERENT LOCATIONS.......... IT'S SUCH A LONG JOURNEY
1ST PHOTO: ABHAY+VENKATESH+SANJAY + ME 2ND PHOTO: RAJU+ RAVI+ YESHWANT+ME
Earth is our only planet to live and let others live. the global warming is happening much faster than expected. The environment is changing fast and if any one can save this planet : it is only WE ! Let's join the hands to save the earth so that our grand children can live happily !!!
OSHO IS THE GREATEST PHILOSPHER,THINKER,MASTER OF OUR TIMES. HIS TEACHINGS ON SPIRITUALITY,MEDITATION AND PHILOSPHY OF LIFE ETC ARE GREAT TO READ AND FOLLOW.
WHEN BANKIMCHANDRA CREATED THIS SONG....NO ONE EVER THOUGHT THAT THIS WILL BE THE HEART SONG OF OUR FREEDOM FIGHTERS. I SALUTE TO THEM ALL. BECAUSE OF THEM WE ARE LIVING TODAY A RESPECTFUL AND PEACEFUL LIFE IN INDIA.
INDIA'S NATIONAL ANTHEM IS JANA GANA MANA. I AM POSTING A VIDEO BY A R RAHMAN,CREATED BY BALA. ALMOST ALL THE TOP ARTISTS FROM INDIA ARE IN THIS VIDEO AND THUS SALUTES TO MOTHER INDIA.THERE IS NO COUNTRY IN THE WORLD LIKE INDIA. I AM PROUD TO BE AN INDIAN.
IT IS SAID THAT MOTHER IS THE PUREST FORM OF GOD. EVERYTIME WHAT EVER I ACHIEVE , I LOOK AT HER INVISIBLE FACE AND THANK HER FOR EVERYTHING . WHATEVER I AM TODAY , I AM BECAUSE OF MY AMMA.... HER TEACHINGS , BLESSINGS ARE ALWAYS WITH ME.
A simple human ,a dreamer, a poet , a musician , a singer, a photographer, a sculptor, a comic artist, a dancer, a writer, a painter, a giver, a worshiper, a lover, a friend, a teacher, a mentor, a speaker, a thinker, a philosopher and a lifetime student learning from this world ......!!!!
I welcome your visit to my blog. This blog is dedicated to love,friendship,music,peace,patriotism,harmony & spirituality.
My email is vksappatti@gmail.com You are invited to send in your comments . I am looking for true friends from all corners of the world as I believe truly in friendship.
मैं अपनी कविताओ को पोस्ट कर रहा हूँ . Pls visit : http://poemsofvijay.blogspot.com कविताएं मेरे लिए मेरे बच्चों की तरह है, बस मेरी दुनिया में , मैं और मेरी कविताएं.. कविताओ के मन से.......मेरी एक छोटी सी कोशिश है कि, मेरी कविताओं से मन की गाठें खुले ,आप थोड़ा ठहर कर पीछे देखें , खुछ याद करें .....कुछ भूलें .....कही रूखे हुए कदमो को तलाशे .....कुछ सूखे हुए आँसुओ को देख ले ........किसी को याद कर ले ...किसी को भूल जाएं .... किसी को देख ले ...किसी के बारे में सोच ले...कुछ साँसे ,किसी के नाम कर दे , कुछ साँसे किसी से उधार ले ले...किसी को कुछ दे दे , किसी से कुछ ले ले ......आओ फिर से प्यार कर ले..................
दोस्ती किया है ..........तुमसे...
दोस्ती किया है ..........तुमसे...
क्या ख़बर तुम को ... कि दोस्ती क्या है ? ये रौशनी भी है , अँधेरा भी है ; ख्वाहिशों से भरा जजीरा भी है . बहुत अनमोल एक हीरा भी है ; दोस्ती एक हसीं ख्वाब भी है . पास से देखो तो शराब भी है ; दुःख मिलने पे ये अजाब भी है . और ये प्यार का जवाब भी है , दोस्ती यूँ तो माया जाल भी है . एक हकीकत भी है ; ख्याल भी है कभी फुरक़त कभी विस्सल भी है ; कभी ज़मीन , कभी फलक भी है दोस्ती झूठ भी है , सच भी है दिल मैं रह जाये तो कसक भी है ; कभी ये हार , कभी जीत भी है दोस्ती साज़ भी , संगीत भी है शेर भी , नज़म भी ,गीत भी है . वफ़ा क्या है , वफ़ा भी दोस्ती है दिल से निकली दुआ भी दोस्ती है बस इतना समझ ले तु... प्यार की इन्तहा भी दोस्ती है ........................
एक दोस्त..........................
मन का शहर , मन की गलियाँ !!
ये ग़लत है की दुनिया बड़ी होती है, सच तो ये है की दुनिया से बड़ी दुनिया में रहने वाले मनुष्य का अपना मन होता है.
मन एक restless पक्षी की तरह होता है, जिसका अपना ही बनाया हुआ शहर होता है , अपनी ही बनाई हुई गलियां ; जिसमे मन तमाम उम्र उड़ते रहता है , भटकते रहता है , पर विडंबना तो देखो मनुष्य जीवन की; अपने ही शहर में , अपने ही बनाई हुई गलियों पर चलकर मन कभी अपनी मंजिल तक नही पहुंचता .
मन की गलियाँ , मन के उस शहर की होती है , जो कल्पना व भावनाओ के धरातल पर प्यार की महक से बनी होती है.
मैं भी मन के उस शहर की गलियों में भटकता हुआ एक पक्षी हूँ.......पर क्या मैं अपने सपनो की दुनिया से बाहर आ पाउँगा ?
क्षमा याचना
मान्यवर,
क्षमापना सारी गलतियों व अपराधों को धोने का अमोघ उपाय है.
मनुष्य की श्रेष्टथा इसी में है कि वह अपनी भूलो को स्वीकार करे.
जो अपराध को स्वीकार नही करता वह अपराध से कभी मुक्त भी नही हो पाता .
जीवन पथ इतना लंबा और अटपटा है कि उसे यदि क्षमापना से बार बार बुहारा न जाए तो वह कुडादान बन जायेगा.
दुनिया में सारे धर्मग्रंथो और उपदेशों का सार है कि क्षमा को छोड़कर हम कितना भी चले कहीं भी नही पहुँच पाएंगे.
याथार्थ तो यही है कि आत्म उत्कर्ष के किशी भी शिखर पर कोई कभी पहुँचेंगा तो वह क्षमा के साथ ही पहुँचेंगा .
आईये ,क्षमा द्वार से प्रवेश कर ,मनो मालिन्य ,राग, द्वेष और अहंकार से मुक्त हो.